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*महिलाओं के कौशल विकास हेतु मशरूम उत्पादन पर दिया जा रहा प्रशिक्षण*

संवाददाता रवि गोस्वामी सरगुजा छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़/ सरगुजा- इंदिरा गांधी कृषि विश्वद्यालय अंतर्गत संचलित कृषि विज्ञान केंद्र, चलता, मैनपाट में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पी.एम.के.वी.वाई.) के अंर्तगत लघु मशरूम उत्पादक पर 210 घंण्टे (30 दिन) का कौशल प्रशिक्षण का शुभारंभ 31 मई 2024 को केन्द्र प्रमुख डॉ. संदीप शर्मा के मार्गदर्शन किया गया । यह प्रशिक्षण लगातार तीस दिनों तक चलेगा । केन्द्र प्रमुख डॉ. शर्मा बताया की इस प्रशिक्षण के माध्यम से 30 ग्रामीण महिलाओं को मशरूम उत्पादन के गुड सिखाये जा रहे हैं क्यूंकि मशरूम उत्पादन आधुनिक समय की जरूरत है। मशरूम उत्पादन मे उपयोग होने वाले गेहूँ का भूसा एवं धान के पुआल की कुट्टी का उपयोग अधिक से अधिक करने पर जोर दिया तथा खेत पर पुआल को न जलाने की सलाह दी। प्रशिक्षण के दौरान मुख्य प्रशिक्षक डॉ. शमशेर आलम ने ग्रामीण महिलायों को मशरूम उत्पादन के बारे में बताया। डॉ. आलम ने विभिन्न प्रकार के मशरूम तथा उसमें लगने वाले कीट बीमारियों आदि की पहचान तथा प्रबंधन विषय पर प्रतिभागियों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मशरूम का प्रयोग विभिन्न उत्पाद जैसे अचार, सूप, पापड़, बड़ी, खस्ता आदि मे किया जा सकता है। आर्थिक विश्लेषण के माध्यम से बताया गया कि मशरूम उत्पादन मे एक रुपये की लागत पर एक माह के अंदर लगभग 6-7 रुपये आमदनी प्राप्त की जा सकती है। डॉ. आलम ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मशरूम उत्पादन के सभी पहलुवो के बारे में बताया जायेगा तथा प्रशिक्षणार्थी को थ्योरी और प्रयोगिक के माध्यम से जानकारी दी जावेगी। कार्यक्रम में केंद्र के अन्य वैज्ञनिक प्रदीप लकडा] डॉ. सी. पी.राहंगडाले] डॉ. पुष्पेंद्र पैकंरा, डॉ. सूरज चंद्र पंकज एवं संतोष कुमार साहू भी उपस्थित रहे।

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